Sunday, February 5, 2012

पुण्य

रिक्शेवाला जब रिक्शा चलाने लगा तो ज़ोरों से खांसी शुरू हुई. यात्री ने देखा की रिक्शावाला थोडा बूढ़ा है.
थोड़ी चढ़ाई आई तो खांसी बढ़ गयी. यात्री गंतव्य से थोडा पहले उतर गया. रिक्शे वाले को पूरे पैसे दिए.
रात को अच्छी नींद सोया कि कुछ पुण्य किया है.
सवेरे बगल वाले डॉक्टर बोल रहे थे कि इक रिक्शा चालक गंभीर हालत में है.
ना जाने क्यूँ रात भर रिक्शा चलाता रहा और सब यात्रिओं से बोलता रहा कि अभी बूढा नहीं हुआ है वो. काफी जान है उसमें.

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